विषैले जंतु के डसने से अधेड़ की मौत |
कौशाम्बी – चरवा थाना क्षेत्र के धमसेडा गांव निवासी सीताराम अपनी पत्नी और बच्चों के साथ गांव के बाहर घासफूस की झोपड़ी डालकर जीवन यापन कर रहे हैं तमाम सरकारी कॉलोनी गरीबों को मिलने के बाद गरीब सीताराम को सरकारी नुमाइंदे एक प्रधानमंत्री आवास नहीं दे सके वह बार-बार अधिकारी से लेकर नेताओं की चौखट तक प्रधानमंत्री आवास पाने को दौड़ लगाता रहा वह गांव के बाहर बाग में बनी अपनी घासफूस की झोपड़ी में परिवार सहित जीवन के दिन गुजार रहा था|
नेताओं की चौखट आवास पाने को दौड़ लगाने पर भी नही मिले
शुक्रवार को रात 8 बजे सीताराम खेत की ओर से शौच क्रिया कर वापस झोपड़ी लौट रहा था रास्ते मे जहरीले जंतु ने उसे डंस लिया है परिजन उसे इलाज के लिए अस्पताल ले गए लेकिन चिकित्सकों ने सीताराम को मृत घोषित कर दिया है मामले की सूचना पुलिस को दी गई है मौके पर पुलिस पहुंची है सीताराम की मौत के बाद उनकी पत्नी बेटों के सामने जीविकोपार्जन की समस्या उत्पन्न हो गई है गरीबी के चलते खेत नहीं है |
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जहरीले जंतु के डसने से सीताराम मौत
रहने के लिए मकान नहीं है खाने के लिए अनाज नहीं है सीताराम की मौत के बाद परिवार में कोहराम मचा है पूरे जीवन आवास की मांग करने के बाद भी सीताराम को सरकारी आवास नहीं मिल रहा है सीताराम को उसके जिंदा रहते हुए सरकारी नुमाइंदे प्रधानमंत्री आवास नहीं दे सके हैं सीताराम की मौत के बाद प्रधानमंत्री आवास की हकीकत खुल गई है |
प्रधानमंत्री आवास की मांग करते करते गरीबों की मौत
अब उसकी मौत के बाद भी उसके घर पर मदद करने का ढकोसला करने वाले माननीय उनके प्रतिनिधि और अधिकारी नहीं पहुंच सके हैं मरने के बाद क्या सीताराम के परिवार को सरकारी नुमाइंदे कॉलोनी प्रधानमंत्री आवास दे कर उसकी आत्मा को शांति प्रदान करेंगे या फिर प्रधानमंत्री आवास की मांग करते करते गरीबों की मौत होती रहेगी और अपात्र योजना का लाभ उठाते रहेंगे