महर्षि वाल्मीकि जयंती के अवसर पर जिला स्तरीय सांस्कृतिक प्रतियोगिता का हुआ आयोजन |
कौशाम्बी – महर्षि वाल्मीकि जयंती के अवसर पर जिला स्तरीय सांस्कृतिक प्रतियोगिता का आयोजन कलश गेस्ट हाउस ओसा में आयोजित किया गया है जहां कार्यक्रम के मुख्य अतिथि उप जिला अधिकारी मंझनपुर प्रखर उत्तम ने महर्षि बाल्मीकि के चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया और दीप प्रज्ज्वलन कर कार्यक्रम की शुरुआत की कार्यक्रम का आयोजन श्रीमती कृष्णा त्रिपाठी संस्कृत उच्चतर माध्यमिक विद्यालय अलवारा मंझनपुर द्वारा आयोजित किया गया है कार्यक्रम की अध्यक्षता पुष्पलता त्रिपाठी विद्यालय प्रबंधक ने की
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श्लोक अंत्याक्षरी संस्कृत गीत आदि किया प्रस्तुत|
महर्षि बाल्मीकि जयंती के अवसर पर श्रीमती कृष्णा त्रिपाठी संस्कृत उच्चतर माध्यमिक विद्यालय अलवारा में शिक्षा ग्रहण कर रहे छात्रों द्वारा श्लोक अंत्याक्षरी संस्कृत गीत आदि कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया जिसकी उपस्थित लोगों ने भूरी भूरी सराहना की
सांस्कृतिक प्रतियोगिताओं का आयोजन
उत्तर प्रदेश संस्कृत संस्थानम लखनऊ के ओर से महर्षि वाल्मीकि जयंती श्रीमती कृष्णा त्रिपाठी संस्कृत उच्चतर माध्यमिक विद्यालय अलवारा के सौजन्य से धूमधाम से मनाए जाने का निर्णय लिया गया है और इस उपलक्ष में आयोजित होने वाली जिला स्तरीय सांस्कृतिक प्रतियोगिताओं का आयोजन श्रीमती कृष्णा त्रिपाठी संस्कृत उच्चतर माध्यमिक विद्यालय अलवारा ने कलश गेस्ट हाउस ओसा में आयोजित किया है |
दीप प्रज्ज्वलन कर कार्यक्रम की शुरुआत की|
कार्यक्रम में शिक्षक विधायक सुरेश त्रिपाठी मुख्य अतिथि विशिष्ट अतिथि उप निरीक्षक रविंद्र सिंह संस्कृत पाठशाला प्रयागराज मंडल जिला विद्यालय निरीक्षक संतोष कुमार मिश्रा उप जिलाधिकारी मंझनपुर प्रखर उत्तम शालिग्राम तिवारी सदस्य उत्तर प्रदेश माध्यमिक संस्कृत शिक्षा परिषद उत्तर प्रदेश लखनऊ मंडल संयोजक शंभू नाथ त्रिपाठी अंशुल विद्यालय के प्रधानाचार्य धीरेंद्र त्रिपाठी पूर्व प्रधानाचार्य रविंद्र नारायण शुक्ला पूर्व प्रधानाचार्य मुरलीधर मिश्रा राम प्रकाश मिश्रा शंभू नाथ त्रिपाठी सुनील द्विवेदी काशी प्रसाद पांडेय दिवाकर मिश्रा जिला संयोजक बृज बिहारी मिश्रा सहित विभिन्न विभूतियां कार्यक्रम में उपस्थित रही और महर्षि बाल्मीकि के चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन करते हुए महर्षि वाल्मीकि के जीवन पर प्रकाश डाला वक्ताओं ने कहा कि महर्षि बाल्मीकि संस्कृत के विद्वान थे और उन्होंने रामायण की रचना संस्कृत में की है जो आज भी घर घर पर उपयोगी है संस्कृत प्रतियोगिता के आयोजन के अवसर पर शिक्षक कुलदीप कुमार पांडेय और रामबाबू शुक्ला सहित विद्यालय के शिक्षक इलाके के गणमान्य लोग मौजूद रहे।