नवरात्रि पर्व महापर्व का हो चुका शुभारंभ|
कौशाम्बी – 26 सितम्बर 2022 से नवरात्र महापर्व का शुभारम्भ हो चुका है। इस बीच मंदिरों में मां भगवती के दर्शन के लिए लाखों की संख्या में भक्त उमड़ रहे हैं। नवरात्रि पर्व पर सराय अकील कटरा के वार्ड नंबर 7 स्थित श्री राम जानकी मंदिर को भव्य तरीके से सजाया गया है। कस्बे में गलियो के बीच बसे इस मंदिर में भगवान राम, लक्ष्मण, माँ सीता, भगवान शिव जी , हनुमान जी, लड्डू गोपाल की अद्भुत मुर्तिया स्थापित है।
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नवरात्रि में सैकड़ो भक्त मंदिर में दर्शन कर किया पूजन अर्चन
श्री राम जानकी मंदिर का निमार्ण रमा शंकर रस्तोगी पुत्र मोती लाल रस्तोगी ने सन 1992 में करवाया था। तब से हर साल नवरात्रि में रावेंद्र रस्तोगी , रेखा रस्तोगी , देव रस्तोगी , वंशिका रस्तोगी के द्वारा श्री राम जानकी मंदिर को भव्य तरीके से सजाकर सुबह शाम पूजा अर्चना किया जाता है। नवरात्रि में सैकड़ो भक्त मंदिर में दर्शन पूजन करने के लिए आते है। रावेंद्र रस्तोगी द्वारा नवरात्रि में हर रोज प्रसाद का वितरण किया जाता है।
मनोवांछित इच्छापूर्ति के आशीर्वाद की प्राप्ति
हिन्दू धर्म में सबसे महत्वपूर्ण पर्वों से एक नवरात्र पर्व का समापन विजयदशमी पर्व के दिन 5 अक्टूबर को होगा। मान्यता है कि नवरात्र पर्व में मां आदिशक्ति के नौ सिद्ध स्वरूपों की आराधना करने से भक्तों के सभी दुःख-दर्द दूर हो जाते हैं और उन्हें मनोवांछित इच्छापूर्ति के आशीर्वाद की प्राप्ति है। शास्त्रों में भी कई ऐसी कथाओं का वर्णन मिलता है जो नवरात्र पर्व के महत्व को विस्तार से दर्शाता है।
मां दुर्गा का नौ दिन उपवास
बता दें कि नवरात्र में उपवास रखने की प्रथा रामायण काल से भी पहले से चलन में है। देवी भागवत पुराण के अनुसार भगवान राम ने लंका पर चढ़ाई करने से पहले मां दुर्गा का नौ दिन उपवास रखा था। यह उपवास इसलिए विशेष था क्योंकि मां दुर्गा ने स्वयं प्रकट होकर प्रभु श्री राम को विजय होने का आशीर्वाद प्रदान किया था।